कुली बेगार प्रथा और मातृभूमि के लिए लड़े पंथ्या दादा
देहरादून। उत्तराखंड के लोक गीतों में जिन पंथ्या दादा के साहस और बलिदान की गाथा का बखान किया जाता है। उन्हीं पंथ्या दादा का सुमाड़ी में भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक और सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा० धन सिंह रावत की पहल पर पंथ्या दादा का स्मारक बनाया जा रहा है। आगामी 25 जनवरी को उच्च शिक्षा मंत्री डा० धन सिंह रावत सुमाड़ी में पंथ्या दादा के स्मारक का शिलान्यास करेंगे।
सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा० धन सिंह रावत ने बताया कि पंथ्या दादा उत्तराखंड के उन महान विभूतियों में से एक हैं जिन्होंने कुली बेगार प्रथा का विरोध कर अपनी मातृभूमि के लिए प्राण त्याग दिये थे। उन्होंने कहा कि पंथ्या दादा काला का अपनी भूमि के प्रति लगाव और उनके बलिदान को हमेशा के लिए याद रखना एवं प्रेरणा के रूप में लाना चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व को चिर स्थाई रखने के लिए सुमाड़ी में स्मारक बनाया जा रहा है जिसका आगामी 25 जनवरी को शिलान्यास किया जायेगा। इसके लिए रूपये 10 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई है।
