देहरादून। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले को लेकर लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। उन पर नियमों को दरकिनार कर विधानसभा में बैकडोर भर्ती किये जाने का आरोप हैं। उनपर लगे इन आरोपों को जांच समिति ने एक तरह से पुख्ता कर दिया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत लम्बे समय बाद मीडिया के सामने आये हैं। हरक रावत ने विधानसभा बैक डोर भर्ती घोटाले को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को घेरा है और उनके इस्तीफे की मांग की है।
उत्तराखंड विधानसभा बैक डोर भर्ती प्रकरण में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष और वर्तमान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश का युवा वर्ग प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्रिमंडल के पद से हटाने की मांग कर रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि नैतिकता के आधार पर विधानसभा भर्ती घोटाला मामले में प्रेमचंद अग्रवाल को खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल ने युवाओं का हक छीना है। हरक सिंह रावत ने कहा कि ये उत्तराखंड का दुर्भाग्य हैं कि प्रेमचंद अग्रवाल अभी मंत्री बने हुए हैं।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा उनपर भी बहुत पहले आरोप लगे थे, लेकिन उन्होंने खुद ही इस्तीफा दे दिया था। प्रेमचंद पर भी आरोप लगे हैं तो उन्हें भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। इसके अलावा प्रेमचंद अग्रवाल को भाजपा केंद्रीय आलाकमान की तरफ से भी अबतक हटा देना चाहिए था। क्योंकि विधानसभा में हुई भर्ती के जिम्मेदार प्रेमचंद अग्रवाल हैं। इसके साथ-साथ सहकारिता विभाग, ओपन यूनिवर्सिटी और विधानसभा में भर्ती संबंधित सभी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
