रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। धाम में बिजली-पानी की आपूर्ति सुचारु कर ली गई है। साफ-सफाई के साथ ही मंदिर के पास रेलिंग लगाने का काम जारी है।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि 30 अप्रैल तक श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि धाम में आठ हजार यात्री रात्रि विश्राम कर सकेंगे। धाम के कपाट छह मई को खोले जाएंगे।
केदारनाथ में शीतकाल के दौरान भारी बर्फबारी के चलते बंद पुनिर्निमाण कार्य फिर शुरू कर दिए गए हैं। इसके साथ ही प्रशासन और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति यात्रा व्यवस्था को अंतिम रूप देने में जुटी हैं।
इन दिनों द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्याे के तहत धाम में तीर्थ पुरोहितों के घरों समेत विभिन्न कार्य चल रहे हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि यात्रा व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले 16 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग से बर्फ पूरी तरह साफ हो चुकी है। इस मार्ग पर घोड़े-खच्चरों की आवाजाही शुरू हो चुकी है।
धाम में बिजली-पानी के साथ ही संचार सेवा भी बहाल हो गई है। डीएम ने बताया कि गढ़वाल मंडल विकास निगम को यात्रियों के ठहरने के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
दूसरी ओर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के 22 सदस्यीय दल ने मंदिर परिसर में सफाई का काम शुरू करने के साथ ही वहां रेलिग लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया है। मंदिर के पूजा काउंटर और टेंट कालोनी की मरम्मत भी की जा रही है।
मंदिर में रंग-रोगन किया जा रहा है। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सभी काम तय समय पर पूरे हो जाएंगे।
