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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एम पेक्स के कम्प्यूटीकरण का किया लोकार्पण

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में 108 एम० पैक्स के कम्प्यूटरीकरण का शुभारम्भ करने के साथ ही मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अन्तर्गत साइलेज उत्पादन एवं विपणन सहकारी संघ लि० के संयुक्त उद्यम टोटल मिक्स राशन की छरबा इकाई का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सहाकारिता की मूल अवधारणा है कि उसमें सबका सहयोग हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप प्रदेश भी डिजिटल ट्रांजेक्शन की ओर बढ़ रहा है। इसका ही प्रतिफल है कि इसके माध्यम से लाभार्थी को पूरी की पूरी धनराशि डीबीटी के माध्यम से उसके खाते में जमा हो रही है इससे चोर बाजारी के रास्ते भी बन्द हुए है, जबकि इस सम्बन्ध में पूर्व प्रधानमंत्री स्व० राजीव गांधी ने कहा था कि यदि किसी लाभार्थी को दिल्ली से 100 रूपये स्वीकृत होते हैं तो लाभार्थी तक 15 रूपये ही पहुंच पाते हैं। डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से इस व्यवस्था में बदलाव आया है। अब लाभार्थी को शत प्रतिशत धनराशि प्राप्त हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के बाद उत्तराखण्ड दूसरा राज्य है जहां 670 पेक्स के कम्प्यूटीकरण की प्रक्रिया गतिमान है जिनमें से 108 एम पेक्स का कम्प्यूटरीकरण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, इसके तहत राज्य सरकार द्वारा सहकारी बैंक एवं नाबार्ड के सहयोग से 37.52 करोड़ की लागत से इन प्राथमिक सहकारी संस्थाओं को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के प्रयास किये गये हैं।

यह डिजिटल इंडिया के क्रियान्वयन में भागीदारी सुनिश्चित करने का भी सार्थक प्रयास है। एम पैक्स कम्प्यूटरीकरण से खातो को आनलाइन किये जाने तथा समिति के सदस्यों के लगभग 10 लाख से अधिक खातों को डिजिटल प्लेटफार्म पर आने से राज्य के 30 लाख से अधिक ग्रामीण जन लाभात्वित होंगे। हमारी इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा भी गया है। सहकारिता के क्षेत्र में उठाये गये सुधारात्मक कदम बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में पहचान बनाये इसके प्रयास हो।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना पिछले वर्ष केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कर कमलों द्वारा शुरू की गई थी। हमारी माताओं बहनों जिनकों अपने पशुओं के घास के लिये दूर-दूर जाना पड़ता है तथा आपदा का सामना करना पड़ता है, उन सबको इससे निजात कैसे मिल सकती है इन सभी का समाधान है मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि राज्य के पशुपालकों को पोषण प्रणाली में हो रहे प्रौद्योगिक विकास से जोड़ते हुये मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के दूरस्थ ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्रों के पशुपालकों को पैक्ड सायलेज उनके घर पर उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की जा रही है साथ ही सायलेज उत्पादक एवं विपणन सहकारी संघ लि0 के द्वारा टी०एम०आर० यूनिट के शिलान्यास से पशुपालकों को फायदा होगा।

इस योजना का उद्देश्य एक लाख से अधिक महिलाओं लाभार्थियों को रियायती दरों पर सायलेज फीड ब्लॉक उपलब्ध कराकर चारे के बोझ से मुक्त किया जा रहा है जिससे पशुओं के स्वास्थ्य और दूध की पैदावार में वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा स्व निधि योजना, मुद्रा योजना के साथ ही सामाजिक पैंशन, कृषि, बागवानी, औद्यानिकी आदि की योजनाओं का लाभ तत्परता से सभी सम्बन्धित को प्राप्त हो इसके लिये हम प्रयासरत है।

उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य समस्याओं को अटकाने में नही बल्कि समाधान का है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाये उत्तराखण्ड के नव निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगी। इस सम्बन्ध में सभी विभागों द्वारा 2025 तक का रोड मेप तैयार किया जा रहा है। समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाकर ही प्रदेश आगे बढ़ सकता है। हर जरूरत मंद को योजनाओं का लाभ प्राप्त हो इसके लिये सरलीकरण समाधान एवं निस्तारण के मंत्र के साथ कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिये जरूरी है कि हमें जो भी दायित्व सौंपा गया है उसका बेहतर ढ़ंग से निर्वहन किया जाय, जब हम अपने दायित्वों को पूरे मनोयोग एवं इमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे तो इससे समाज में बदलाव आने के साथ स्वंय में आत्मिक संतुष्टि का भाव भी उत्पन्न होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

प्रदेश के 20 लाख घरों में 13 से 15 अगस्त तक हर घर में राष्ट्रीय ध्वज लगाये जाने तथा 02 अगस्त से सभी लोगों से अपनी सोशल साइट प्रोफाइल पर तिरंगा लगाये जाने के अभियान का हिस्सा बनने की भी मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण भी वितरित किये गये जिनमें शंभु महिला समूह, राधेस्याम महिला समूह, मां पार्वती महिला समूह व हेमा महिला समूह को पाचं-पांच लाख रूपये के ऋण प्रदान किये गये।

इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में 33 लाख लोग सहकारिता से जुड़े है, सहकारिता के ऑनलाईन होने से लोगों को अपने खाते की पूरी जानकारी प्राप्त हो रही है। देश के कई राज्यों में प्रदेश की सहाकारिता कम्प्यूटरीकरण कार्य प्रणाली अपनाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 6.41 लाख लोगों को बिना ब्याज के 37 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया गया है तथा 3837 महिला समूहों को पांच-पांच लाख के ऋण उपलब्ध कराये जा चुके है। उन्होंने कहा कि महिला समूहों के साथ ही पुरूष समूहों को भी ऋण उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की जायेगी।

इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, सचिव मुख्यमंत्री आर० मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव सहकारिता डॉ० बी.आर.सी. पुरूषोतम सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

स्व० मांगे राम अग्रवाल की पुण्यतिथि पर आयोजित की गई विचार गोष्ठी, सीएम धामी ने किया प्रतिभाग

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स्व० मांगे राम अग्रवाल की पुण्यतिथि पर आयोजित की गई विचार गोष्ठी, सीएम ने किया प्रतिमा का किया अनावरण
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को आशीर्वाद वाटिका, डोईवाला देहरादून में स्व० हरज्ञान चंद अग्रवाल सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के पिता एवं विद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल जी की 19वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल जी की प्रतिमा का अनावरण किया एवं विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले लोगो को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डोईवाला विधानसभा के केशवपुरी में संस्कार केंद्र की चार दिवारी का निर्माण कार्य किए जाने एवं क्रीडा क्षेत्र में क्रीड़ा मैदान बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल जी ने संपूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया। उन्होंने इस क्षेत्र के अंतिम छोर पर खड़े लोगों को हमेशा आगे लाने का कार्य किया। स्वर्गीय मांगेराम अग्रवाल के पुत्र प्रेम चंद्र अग्रवाल के अंदर भी वही ललक दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल के सपनों के अनुरूप सरकार लगातार जन सेवा का कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हंस फाउंडेशन ने हमेशा सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जन सेवा का कार्य किया है। कोरोना काल में हंस फाउंडेशन द्वारा गरीबों की मदद की गई एवं मरीजों तक ऑक्सीजन सिलिंडर, दवाइयॉ पहुचाई गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कोरोना पर पूरी तरीके से नियंत्रण किया। भारत ने 02 स्वदेशी कोविड वैक्सीन तैयार की। भारत में कोविड की 200 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। बूस्टर डोज का अभियान भी तेजी से चल रहा है। गरीब कल्याण अन्न योजना से करोड़ों लोगों को मुफ्त में राशन पहुंचाया गया। उन्होंने कहा प्रत्येक ग्राम सभा आदर्श ग्राम सभा बने इसके लिए सरकार ने कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड पूरे हिमालय क्षेत्र को विकास की राह दिखा सकता है। इकोनोमी और इकोलॉजी में संतुलन रखते हुए सतत विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा उत्तराखंड को नशा मुक्त करने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरे समर्पित भाव से काम करना है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल ने हमेशा गरीबों के हितों एवं समाज के उत्थान हेतु कार्य किया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में शिशु / विद्या मंदिर खोलने का बीड़ा उठाया। संघ के कार्यों में उनका अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा स्वर्गीय मांगे राम अग्रवाल जी की पुण्यतिथि पर सालों से लगातार वृक्षारोपण के कार्य किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में संस्थापक हंस फाउंडेशन मंगला माता जी, श्री भोले जी महाराज, प्रांत प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ युद्धवीर जी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक बृजभूषण गैरोला एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

एचएनबी गढ़वाल विवि में मातृभाषा गढ़वाली पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

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देहरादून। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर विश्वविद्यालय की भाषा प्रयोगशाला (लैंग्वेज लैब) द्वारा मातृभाषा गढ़वाली पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। शैक्षणिक क्रियाकलाप केन्द्र चौरास परिसर में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो० एमएस नेगी, प्रो० डीआर पुरोहित, मुख्य नियंता प्रो० बीपी नैथानी ने दीपप्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो० अन्नपूर्णा नौटियाल ने ऑनलाईन माध्यम से कार्यक्रम में उपस्थित रही। उन्होंने ‘‘गढ़वाली की भाषिक परंपरा एवं चुनौतियां’’ विषय पर आयोजित इस कार्यशाला का शुभारंभ वक्तव्य देते हुए सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि विश्वविद्यालय की भाषा प्रयोगशाला का उद्देश्य विभिन्न भाषाओं को शिक्षा से जोड़ना है जिसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं।

कार्यशाला मंे बतौर मुख्य वक्ता गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी और प्रो०डी आर परोहित ने शिरकत की। मुख्य वक्ता नरेंद्र सिंह नेगी ने गढ़वाल विवि द्वारा गढ़वाली भाषा के लिए कार्य करने की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे गढ़वाली भाषा को नये स्तर पर पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने अपने जीवन प्रसंगों को साझा करते हुए बताया कि गढ़वाली गीतों के गायन को लेकर उनके सामने कई चुनौतियां थी लेकिन आज गढ़वाली भाषा को एक नई पहचान मिल रही है और आज विश्व भर में इस भाषा पर शोध कार्य हो रहे हैं।

कार्यशाला में मौजूद प्रो० डी आर परोहित ने कहां कि गढ़वाली भाषा में अब तक 15 हजार से ज्यादा साहित्य छप चुका है और इसके अलावा कई गढ़वाली, कुमाउनी,जौनसारी भाषा डिक्शनरी अब तक मौजूद है साथ ही आज के समय में जो कुछ भी गढ़वाली भाषा में लिखा जा रहा है वो सब हमारी भाषा की एक उपलब्धि है जिसके लिए युवाओं को लगातार कार्य करना होगा।

उन्होंने कहां की अंग्रेजी भाषी लोग गढ़वाली भाषा को देश विदेशों तक और तीव्र गति से पहुँचा सकते है। कार्यक्रम में बीना बैंजवाल द्वारा ‘‘शब्द संपदा की दृष्टि से गढ़वाली भाषा की समृद्धि और शब्दभाव’’ पर व्याख्यान दिया गया। गिरीश सुंदरियाल जी द्वारा ‘‘मातृभाषा गढ़वाली में शिक्षण की चुनौतियाँ’’ विषय पर विचार व्यक्त किए। साथ ही रमाकांत बैंजवाल द्वारा गढ़वाली औच्चारणिक विभेद के बारे में विस्तार से समझाया गया।

‘धाद’ के संपादक गणेश खुगशाल गणी ने ‘गढ़वाली भाषा में पत्रकारिता की चुनौतियाँ’ विषय पर अपने मंतव्य एवं व्यावहारिक अनुभव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यक्रम के संयोजक प्रो० महावीर सिंह नेगी ने अपने स्वागत सम्बोधन में सभी अथितियों का स्वागत किया तथा अपने सम्बोधन में कहा हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है निश्चित रूप से गढ़वाली भाषा के लिए यह कार्यशाला एक मील का पत्थर साबित होगी।

उन्होंने कार्यक्रम के सफल समन्वय के लिए डॉ० आरूषि उनियाल को बधाई दी। वहीं इस कार्यक्रम में डॉ० कपिल पंवार, डॉ० सविता भण्डारी, डॉ० सर्वेश उनियाल, डॉ० कुजांग आगमो, डॉ० लोकेश अधिकारी समेत अंग्रेंजी, हिंदी, संस्कृत, पत्रकारिता एवं जनसंचार आदि विभागों के शोद्यार्थियों, छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

सीनियर वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से की भेंट

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने की भेंट। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में वरिष्ठ नागरिकों के सुझावों एवं अनुभवों पर ध्यान दिया जायेगा। राज्य सरकार की जनहितकारी नीतियों को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने की वरिष्ठ नागरिकों से मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को समाज सेवा के दायित्वों के निर्वहन हेतु देहरादून में कार्यालय भवन हेतु स्थान उपलब्ध कराने के प्रयास किये जायेंगे। इस सम्बंध में कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी देहरादून को मुख्यमंत्री ने निर्देश भी दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वरिष्ठ नागरिक हमारे सम्मानित व्यक्ति हैं। बुजुर्गों के सम्मान एवं सुविधाओं का राज्य सरकार पूरा ध्यान रख रही है। इस सम्बन्ध में उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अनेक निर्णय लिये गये हैं।

उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सोसाइटी के सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों एवं समस्याओं के समाधान हेतु त्वरित निर्णय लिया जायेगा। उनके अनुभवों का लाभ समाज को मिले इस दिशा में भी कदम उठाये जायेंगे।

सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से सामाजिक गतिविधियों के संचालन हेतु कार्यालय हेतु देहरादून में उचित स्थान पर स्थान उपलब्ध कराने, राज्य में माता पिता भरण पोषण योजना लागू किये जाने, तहसील स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के समाधान हेतु व्यवस्था बनाये जाने, विधानसभा व सचिवालय में प्रवेश हेतु पास आदि की व्यवस्था हेतु अनुरोध किया। उन्होंने पूर्व में वरिष्ठ नागरिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के लिये मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया।

इस अवसर पर सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अतुल जोशी, प्रदेश महासचिव श्री के.के. ओबेराय, डॉ. एस.एस. नेगी, आई आर कोठियाल, डॉ. पी.डी जुयाल, केवल ओबेरॉय, एस गौतम, वी.पी. शर्मा, एस.पी. गुप्ता आदि उपस्थित थे।

मिलावटखोरी के खिलाफ चलेगा अभियान, कैबिनेट मंत्री ने टेस्टिंग और सैम्पलिंग बढ़ाने को दिए आदेश

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देहरादून। सूबे में खाद्य तेलों में मिलावट के खिलाफ खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जायेगा। यह अभियान भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के अंतर्गत पैन इण्डिया कार्यक्रम के तहत संचालित किया जायेगा। जिसकी शुरुआत प्रदेशभर में आगामी एक अगस्त से की जाएगी।

एक पखवाड़े तक संचालित इस अभियान के तहत राज्यभर से खाद्य तेलों के नमूने एकत्रित किये जायेंगे, जिन्हें जांच के लिये भेजा जायेगा। विभागीय जांच के उपंरात इकट्ठा किये गये खाद्य तेल के सैंपल रिपोर्ट सार्वजनिक की जायेगी। खाद्य पदार्थों में बढ़ती मिलावटखोरी को देखते हुये विभागीय अधिकारियों को सूबे में खाद्य पदार्थों की सैपलिंग एवं टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दे दिये गये हैं।

सूबे स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया कि खाद्य तेलों में मिलावटखोरी रोकने के उद्देश्य से भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा संचालित पैन इण्डिया कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर में विशेष अभियान चलाया जायेगा।

डॉ0 रावत ने बताया कि आगामी एक अगस्त से इस विशेष अभियान की शुरूआत की जायेगी, जिसे प्रदेशभर में पखवाड़े भर संचालित किया जायेगा, जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेशव्यापी इस अभियान के अंतर्गत स्थानीय एवं ब्रांडेड खाद्य तेलों के नमूनों को एकत्रित किया जायेगा, जिसके बाद विभाग द्वारा इकट्ठा किये गये खाद्य तेल के नमूनों की जांच की जायेगी।

डॉ0 रावत ने बताया कि जांच में आर्जिमोन ऑयल, मिनरल ऑयल के अलावा खाद्य तेलों के लिये निर्धारित मानकों का गहन विश्लेषण किया जायेगा, इसके साथ ही खाद्य तेल में इस्तेमाल ट्रांस फैट की मात्रा की भी जांच की जायेगी।

डॉ0 रावत ने बताया जांच के लिये एकत्रित खाद्य तेल के नमूनों की रिपोर्ट सार्वजनिक की जायेगी ताकि लोगों को पता चल सके कि जिस तेल का इस्तेमाल वह अपने आहार में कर रहे हैं वह कितना शुद्ध और सुरक्षित है।

उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी रोकने के लिये विभागीय अधिकारियों को खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग एवं टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही शुद्ध, सुरक्षित एवं पौष्टिक आहार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये अधिकारियों को समय-समय पर जन जागरूकता अभियान संचालित करने को कहा गया है।

खाद्य तेल के बार-बार प्रयोग में लाने से होने वाले खतरों के प्रति भी लोगों को सचेत करने को कहा गया है। डॉ रावत ने कहा खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी के खिलाफ सघन अभियान चलाये जायेंगे।

उत्तराखण्डः बदरीनाथ से पूर्व विधायक महेन्द्र भट्ट बने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष

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देहरादून। महेंद्र भट्ट उत्तराखंड बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्ति किये जाने सम्बन्धी पत्र जारी किया है। पत्र में लिखा है- भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।

महेंद्र भट्ट दो बार बदरीनाथ विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। संगठन में भट्ट की अच्छी-खासी पैठ है। बीजेपी हाईकमान ने गढ़वाल और कुमाऊं का समीकरण देखते हुए महेंद्र भट्ट को उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष की कमान दी है।

पर्यटन: प्रदेश भर में विकसित की जाएगी 46 रोप-वे परियोजनायें

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देहरादून। पर्वतमाला के तहत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 46 रोप-वे परियोजनाओं को विकसित किया जायेगा। इसके साथ ही टिहरी विशेष पर्यटन क्षेत्र प्राधिकरण (टाडा) द्वारा फ़्लोटिंग हाउस निर्माण के लिए संस्था का चयन कर लिया गया है। संस्था की ओर से एक हाउस बोट का निर्माण किया जाएगा जिसकी उसे अनुमति दी गई है। यह जानकारी पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक कर दी। साथी ही उन्होंने विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली।

शुक्रवार को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के सभागार में आयोजित बैठक में मंत्री ने 13 विकास कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए की विकास कार्यों में तेज़ी लाई जाए।
उत्तराखंड पहाड़ी राज्य होने के चलते रोपवे की महत्वता को समझता है। इसको ध्यान में रखते हुए मंत्री श्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जहां रोपवे निर्माण की सम्भावना नहीं है वहाँ फ़र्नाकूलर रेल की सम्भावना तलाशने पर काम किया जाए। वहीं इस मौक़े पर उन्होंने फ़्लोटिंग हाउस के निर्माण की दिशा में होमस्टे का प्रचार-प्रसार किए जाने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति भी जानी।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि विन्टर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए औली का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कुमाऊँ मण्डल विकास निर्माण द्वारा संचालित 43 पर्यटक आवास के शौचालयों में लाटा-लाटी को संकेत के तौर पर स्थापित किया गया है उसी की भांति अन्य जगहों पर भी संकेत स्थापित किये जाए। उन्होंने कहा कि त्रिजुगी नारायण को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन अधिकारियों के साथ ग्राम पंचायत तथा तीर्थ पुरोहित समाज के साथ बैठक की जाए।

योगनगरी ऋषिकेश को पर्यटन थीम पर विकसित किए जाने और 13 डिस्ट्रिक्ट, 13 डेस्टिनेशन की तर्ज़ पर उत्तराखंड को पर्यटन नगरी बनाने के लिए किए जा रहे विकास कार्यों की भी जानकारी ली। वहीं बैठक में मंत्री महाराज ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पर्यटन विभाग की योजना होमस्टे में पंजीकृत के दौरान आने वाली समस्या को दूर करने के लिए नियम क़ायदों का सरलीकरण करने की दिशा में काम किया जाए।

बैठक में सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, अपर सचिव पर्यटन सी रविशंकर, पूजा गर्ब्याल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी साहसिक कर्नल अश्विनी पुंडीर सहित पर्यटन के अधिकारी मौजूद रहे।

देहरादूनः डीएवी कालेज में दाखिले के लिए 31 जुलाई तक कर सकते ऑनलाइन आवेदन

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देहरादून। प्रदेश के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कालेज में स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्र-छात्राएं 31 जुलाई तक कालेज की वेबसाइट पर आनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

इस वर्ष भी डीएवी महाविद्यालय में बीए, बीएससी और बीकाम समेत सभी पाठ्यक्रमों में मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए कालेज की वेबसाइट पर पंजीकरण की प्रक्रिया समझाने को एक वीडियो भी संलग्न है।

प्राचार्य डा० केआर जैन ने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं निर्देशों को ध्यान से पढ़कर फार्म भरें, जिससे मेरिट में उनकी ओर से दिए गए आंकड़ों में किसी तरह की भिन्नता ना हो। कालेज में सेल्फ फाइनेंस कोर्स में भी प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो गई है।

प्रवेश के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया उत्तराखंड बोर्ड के परीक्षा परिणाम आने के बाद शुरू हो गई थी। अब सीबीएसई और सीआइएससीई बोर्ड की 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम भी आ चुका है। इसलिए कालेज में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्र-छात्राएं शीघ्र पंजीकरण कर लें। वेबसाइट पर एंटी रैगिंग से संबंधित प्रपत्र भी संलग्न है, उसे आवश्यक रूप से भरें।

देहरादूनः कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्मृति ईरानी का पूतला फूंका

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देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बयान पर संसद में भी संग्राम हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले को लेकर माफी मांगने की मांग उठाई।

कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच सदन में हुई नोकझोंक के बाद कांग्रेस जनों में आक्रोश है। इसके विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने देहरादून के एस्ले हॉल चौक पर स्मृति ईरानी का पुतला दहन करते हुए अपना विरोध प्रकट किया।

महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस की ही नेता नहीं, बल्कि देश की लीडर के साथ दुर्व्यवहार किया है। जिसकी वो घोर निंदा करते हैं।

उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी यह सब इसलिए कर रही है, क्योंकि उनकी बेटी ने मृतक व्यक्ति के नाम से बार का फर्जी लाइसेंस हासिल किया है। जब कांग्रेसजनों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया, तब से ही स्मृति ईरानी संसदीय भाषा भूल गई है। ज्योति रौतेला का कहना है कि वो स्मृति एजुकेशन मिनिस्टर भी रही हैं. ऐसे में विपक्ष की लीडर से उन्हें इस प्रकार का व्यवहार नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस दुर्व्यवहार के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

2025 तक उत्तराखंड को बनाएंगे ड्रग्स फ्री स्टेट

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 2025 तक ड्रग्स फ्री देवभूमि के लिए मिशन मोड में काम किया जाए। इसके लिये सभी संबंधित विभाग मिलकर काम करें। मुख्यमंत्री सचिवालय में नार्काे कॉर्डिनेशन की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड को नशामुक्त करने के लिए सभी को जिम्मेदारी और समन्वय से कार्य करना है। वर्ष 2025 तक ड्रग्स फ्री देवभूमि का लक्ष्य हासिल करना है। एक ओर जहां ड्रग्स सप्लायर्स पर कड़ा प्रहार करना है, वही दूसरी ओर बच्चों और युवाओं को ड्रग्स की चपेट में आने से बचाना है। ड्रग्स सप्लाई की चेन को तोडने के लिए पुलिस विभाग मुखबिर तंत्र को और मजबूत करे। ड्रग्स नेटवर्क को तोडने के लिए पुलिस, आबकारी व ड्रग्स कंट्रोलर मिलकर काम करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रग्स लेने वाले बच्चों और युवाओं की सही तरीके से काउंसलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कॉलेजो में एडमिशन के समय विशेष काउंसिल की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रग्स लेते हुए पकङे जाने वाले बच्चों के साथ अपराधियों की तरह बर्ताव न करके उनके पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जाए। कालेजों में पेरेन्ट्स टीचर्स मीटिंग नियमित रूप से की जाएं। समाज कल्याण व अन्य विभाग युवाओं की जागरूकता पर फोकस करें। इसके लिये सोशल मीडिया व अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाए।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दो सरकारी नशामुक्ति केंद्र बनाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होने के साथ स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान दिया जाए। सभी संबंधित विभागों को लेते हुए एंटी ड्रग्स टास्कफोर्स को एक्टिव किया जाए। निजी नशामुक्ति केंद्रों के लिए सख्त गाइडलाइन बनाकर उस पर फालोअप किया जाए।

मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूङी को ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये। जिला स्तर पर डीएम भी लगातार मॉनिटरिंग करे।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूङी, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख सचिव एल फैनई, सचिव शैलेश बगोली, राधिका झा, डॉ पंकज कुमार पाण्डे, दीपेंद्र चौधरी, डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।