केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने चार राज्यों, असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोविड-19 टीकाकरण संबंधित गतिविधियों के लिए सोमवार और मंगलवार को दो दिवसीय पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) का आयोजन किया।
वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) को शुरू करने तथा खसरा-रूबेला (एमआर) और वयस्क जापानी एन्सेफलाइटिस (जेई) जैसे राष्ट्रव्यापी मल्टीपल वाइड-रेंज इंजेक्टेबल टीकाकरण अभियान को आयोजित करने के अनुभव के साथ, कोविड -19 के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और 50 वर्ष से ऊपर के लोगों, जैसे टीकाकरण प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों को टीका लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस पूर्वाभ्यास का मकसद एक सिरे से दूसरे सिरे तक कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया का परीक्षण करना है। इसमें परिचालन दिशा-निर्देशों के अनुसार योजना बनाना, तैयारियां करना, सीओ-विन एप्लिकेशन पर सुविधाओं और उपयोगकर्ताओं का सृजन, सत्र स्थल का निर्माण और स्थलों की मैपिंग, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (एचसीडब्लू) का डेटा अपलोड करना, जिले में वैक्सीन की प्राप्ति और आवंटन, सत्र की योजना बनाना, टीकाकरण टीम की तैनाती, सत्र स्थल पर लॉजिस्टिक प्रबंधन और ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर टीकाकरण आयोजित करने के लिए मॉक ड्रिल और समीक्षा बैठकों का आयोजन करना शामिल हैं। इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य आईटी प्लेटफॉर्म को-विन के क्षेत्र में कार्यान्वयन और वास्तविक कार्यान्वयन से पूर्व आगे बढ़ने के तरीकों के बारे में मार्गदर्शन करना शामिल है।
जिला कलेक्टर को जिला और ब्लॉक कार्य बल को शामिल करके पूर्वाभ्यास के लिए जिम्मेदार बनाया गया था और उनसे टीकाकरण के वास्तविक आयोजन के दौरान किसी भी कमी या परेशानी में मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की उम्मीद की गई थी।
दो दिवसीय पूर्वाभ्यास आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में, गुजरात के राजकोट और गांधीनगर में, पंजाब में लुधियाना और शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) में तथा असम के सोनितपुर और नलबाड़ी जिलों में आयोजित किया गया था।
जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्यों और डमी लाभार्थी का डेटा अपलोड करने, सत्र निर्माण, टीका आवंटन, टीका लगाने वाले और लाभार्थियों को टीकाकरण के बारे में जानकारी देना, लाभार्थी जुटाने जैसी गतिविधियों के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया था।
संयुक्त सचिव (सार्वजनिक स्वास्थ्य) ने पूर्वाभ्यास के पहले दिन 29 दिसंबर, 2020 को राज्य और जिला कार्यक्रम अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये क्षेत्र से प्राप्त फीडबैक की समीक्षा की। उन्होंने सभी राज्यों ने देशभर में बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण करने के लिए आवश्यक टीकाकरण प्रक्रियाओं की पारदर्शिता और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए परिचालन पहुंच और आईटी प्लेटफॉर्म के उपयोग के बारे में संतोष व्यक्त किया।